Tax Harvesting Explained | In Hindi- 2024 | Can I claim stock losses on my taxes ?
Tax Harvesting Explained
शेयर बाजार में निवेश करते समय, कभी-कभी आपको कुछ घाटा भी हो जाता है। टैक्स हार्वेस्टिंग (Tax Harvesting) एक ऐसी रणनीति है जिसका इस्तेमाल करके आप इस घाटे का फायदा उठाकर टैक्स कम कर सकते हैं। इसे हिंदी में पूंजीगत घाटा संतुलन (Capital Loss Balancing) भी कहते हैं।
तो आये आज हम अच्छे से जानते है क्या है टैक्स हार्वेस्टिंग ? और ये कैसे काम करता है ? और हम इसका फायदा कैसे उठा सकते है ?
Tax Harvesting Meaning
आसान शब्दों में कहें तो, टैक्स हार्वेस्टिंग का मतलब है कि आप उन शेयरों को बेच देते हैं जिनमें आपको घाटा हो रहा है। इस घाटे को आप अपने उन शेयरों से हुए मुनाफे के खिलाफ कम कर सकते हैं, जिनमें आपको फायदा हुआ है। इससे आपकी टैक्स देनदारी कम हो जाती है।
Types of Tax Harvesting
टैक्स हार्वेस्टिंग के दो मुख्य प्रकार हैं:
- लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन हार्वेस्टिंग (Long Term Capital Gain Harvesting): इसमें आप उन शेयरों को बेचने से बचते हैं, जिन पर आपको एक लाख रुपये से कम का लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन हुआ है। भारत में, एक लाख रुपये तक के लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन पर कोई टैक्स नहीं लगता है।
- टैक्स लॉस हार्वेस्टिंग (Tax Loss Harvesting): इसमे आप उन शेयरों को बेच देते हैं जिनमें आपको घाटा हो रहा है। इस घाटे को आप अपने उसी साल के हुए अन्य कैपिटल गेन के खिलाफ कम कर सकते हैं। अगर घाटा ज्यादा है तो आप इसे अगले वित्तीय वर्ष में भी कैरी फॉरवर्ड कर सकते हैं।
Tax Harvesting on LTCG Shares Price More Than 1 Lakh
भारत में 2024 में, एक लाख रुपये से अधिक मूल्य के लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन (LTCG) वाले शेयरों पर टैक्स हार्वेस्टिंग के लिए आप निम्न रणनीति अपना सकते हैं:
1. लम्बी अवधि के लिए होल्ड करने योग्य शेयरों को बेचने से बचें:
आपके पोर्टफोलियो में ऐसे शेयर हो सकते हैं जिन पर आपको एक लाख रुपये से कम का लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन हुआ है। भारत में, एक लाख रुपये तक के लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन पर कोई टैक्स नहीं लगता है। इसलिए, अगर आपको किसी शेयर की भविष्य की संभावनाओं पर भरोसा है और आप उसे लंबे समय तक होल्ड करना चाहते हैं, तो ऐसे शेयरों को बेचने से बचें।
2. टैक्स-लॉस हार्वेस्टिंग पर विचार करें:
अगर आपके पोर्टफोलियो में कुछ ऐसे शेयर हैं जिनमें आपको घाटा हो रहा है, तो उनको बेचने पर विचार करें। आप इन घाटों का उपयोग अपने उसी वित्तीय वर्ष में हुए अन्य कैपिटल गेन को घटाने के लिए कर सकते हैं। इससे आपकी टैक्स देनदारी कम हो जाएगी।
3. बेचे गए शेयरों को दोबारा खरीदने का नियम (Wash-Sale Rule) को ध्यान में रखें:
ध्यान दें, अगर आप किसी घाटे वाले शेयर को बेचने के बाद उसी शेयर को या उसका काफी हद तक मिलता-जुलता शेयर जल्द ही वापस खरीद लेते हैं, तो आपको टैक्स का लाभ नहीं मिलेगा। इसे “वाश-सेल नियम (Wash-Sale Rule)” कहते हैं। इससे बचने के लिए, बेचे गए शेयरों को दोबारा खरीदने से पहले कम से कम 30 दिन का अंतर रखना चाहिए।
Can I claim stock losses on my taxes ?
हाँ, आप अपने शेयरों पर हुए घाटे को अपने टैक्स रिटर्न में दाखिल कर सकते हैं और इसका इस्तेमाल अपने टैक्स की देनदारी को कम करने के लिए कर सकते हैं। भारत में, शेयरों पर होने वाले लाभ या घाटे को पूंजीगत लाभ (Capital Gain) या पूंजीगत घाटा (Capital Loss) कहा जाता है।
आप किस तरह से अपने स्टॉक लॉस को टैक्स में फायदा उठा सकते हैं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि ये लॉस किस प्रकार के कैपिटल गेन से संबंधित हैं:
1. लॉन्ग-टर्म कैपिटल लॉस (Long-Term Capital Loss – LTCG Loss): ये उन शेयरों को बेचने पर होता है, जिन्हें आपने एक साल से अधिक समय के लिए होल्ड किया है। आप अपने LTCG Loss का इस्तेमाल उसी साल हुए किसी भी अन्य LTCG को घटाने के लिए कर सकते हैं। अगर आपके LTCG लोस्स से पूरा LTCG कवर नहीं होता है, तो आप इन घाटों को अगले आठ वित्तीय वर्षों तक कैरी फॉरवर्ड कर सकते हैं और भविष्य के LTCG को कम करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
2. शॉर्ट-टर्म कैपिटल लॉस (Short-Term Capital Loss – STCG Loss): ये उन शेयरों को बेचने पर होता है, जिन्हें आपने एक साल से कम समय के लिए होल्ड किया है। आप अपने STCG Loss का इस्तेमाल किसी भी प्रकार के कैपिटल गेन को घटाने के लिए कर सकते हैं, इसमें LTCG भी शामिल है। हालांकि, ध्यान दें कि STCG पर टैक्स रेट LTCG से ज्यादा होता है।
कुछ महत्वपूर्ण बातें:
- स्टॉक मार्केट में निवेश करते समय घाटा होना एक सामान्य बात है। टैक्स लॉस हार्वेस्टिंग का इस्तेमाल करके आप इस घाटे का फायदा उठाकर अपनी टैक्स देनदारी को कम कर सकते हैं।
- किसी भी शेयर को सिर्फ टैक्स बचाने के लिए न बेचें। कंपनी की स्थिति, भविष्य की संभावनाएं आदि को भी ध्यान में रखें।
- टैक्स नियम जटिल हो सकते हैं। इसलिए, अपने टैक्स रिटर्न दाखिल करने से पहले किसी कर सलाहकार (Tax Advisor) से सलाह लेना फायदेमंद होता है। वे आपको यह बता सकते हैं कि आप अपने खास परिस्थिति में स्टॉक लॉस का फायदा किस तरह उठा सकते हैं।
हमें उम्मीद है की आपको ये ब्लॉग में “Tax Harvesting Explained” के बारे में जान्ने को बहुत कुछ नया मिला होगा।
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