What is Behavioral finance ? How important is behavioral finance? Explained in Hindi -2024
What is Behavioral finance ?
व्यवहार वित्त: तर्क से परे निवेश (Beyond Logic: Behavioral Finance)
आप सोचते हैं कि निवेश के फैसले तर्क और गणित पर आधारित होते हैं, है ना ? लेकिन क्या होगा अगर हम आपको बताएं कि भावनाएं, सोचने का तरीका और यहां तक कि सामाजिक दबाव भी आपके निवेश के फैसलों को प्रभावित करते हैं ? यही वह जगह है जहां व्यवहार वित्त (Behavioral Finance) आता है।
व्यवहार वित्त यह अध्ययन करता है कि मनोविज्ञान और मानवीय व्यवहार कैसे निवेश के फैसलों को प्रभावित करते हैं। यह पारंपरिक वित्त सिद्धांत को चुनौती देता है, जो मानता है कि निवेशक पूरी तरह से तर्कसंगत होते हैं।
यह लेख आपको व्यवहार वित्त की दुनिया में ले जाएगा। आप जानेंगे कि:
- हमारे दिमाग निवेश के फैसलों में कैसे गलतियां करते हैं ?
- इन गलतियों का फायदा उठाकर हम बेहतर निवेशक कैसे बन सकते हैं ?
- अपने निवेश के फैसलों को भावनाओं से कैसे बचाएं ?
तो अगर आप समझना चाहते हैं कि आप निवेश करते समय कैसा सोचते हैं और अपने निवेशों को बेहतर बनाने के लिए इसका इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं, तो यह लेख आपके लिए है !
What is Behavioral finance ? Explained in Hindi
व्यवहार वित्त (Vyavahar Vitta) वित्त का एक क्षेत्र है, जो इस बात का अध्ययन करता है कि मनोविज्ञान लोगों के वित्तीय फैसले लेने को कैसे प्रभावित करता है। पारंपरिक वित्त मानता है कि निवेशक पूरी तरह से तर्कसंगत होते हैं और बाजार हमेशा तर्कसंगत होते हैं, लेकिन व्यवहार वित्त इस विचार को चुनौती देता है।
यहां कुछ मुख्य बिंदु हैं जिन्हें व्यवहार वित्त शामिल करता है:
- मानसिक लेखांकन: लोग अपने धन को अलग-अलग मानसिक खातों में बांट देते हैं, जिससे उनके निवेश के फैसले प्रभावित होते हैं. उदाहरण के लिए, आप जोखिम भरे निवेश के लिए अलग बजट रख सकते हैं, और कम जोखिम वाले निवेश के लिए अलग।
- झुंड का व्यवहार: लोग अक्सर दूसरों की देखा देखी निवेश करते हैं, भले ही उन्हें उस कंपनी या फंड की पूरी जानकारी न हो। यह (FOMO – Fear of Missing Out) का नतीजा हो सकता है।
- एंकरिंग: लोग पहली मिली जानकारी को बहुत अधिक महत्व देते हैं, और बाद में आने वाली जानकारी के हिसाब से फैसला लेने में परेशानी होती है। उदाहरण के लिए, अगर कोई स्टॉक की कीमत 100 रुपये पर सुनता है, तो वह उसे 80 रुपये में भी महंगा समझ सकता है।
- भावनात्मक गैप: लोग अक्सर भावनाओं में बहकर फैसले ले लेते हैं, खासकर डर और लालच के कारण। उदाहरण के लिए, शेयर बाजार गिरने पर घबराकर बेच सकते हैं, या तेजी से चढ़ते हुए बाजार में सोच समझकर निवेश करने से चूक सकते हैं।
- अहंकार: लोगों को यह भरोसा हो सकता है कि वे बाजार को मात दे सकते हैं, और गलत फैसले ले सकते हैं।
यह कुछ ही उदाहरण हैं, व्यवहार वित्त में और भी कई तरह के पूर्वाग्रह (biases) का अध्ययन किया जाता है। इन पूर्वाग्रहों को समझने से आप अपने वित्तीय फैसलों को बेहतर बना सकते हैं।
How important is behavioral finance ?
व्यवहार वित्त इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आपको अपने वित्तीय फैसलों को बेहतर बनाने में मदद करता है. पारंपरिक वित्त मानता है कि लोग पूरी तरह से तार्किक फैसले लेते हैं, लेकिन असलियत में हम भावनाओं और मानसिक पूर्वाग्रहों से प्रभावित होते हैं।
व्यवहार वित्त आपको इन पूर्वाग्रहों को समझने में मदद करता है, ताकि आप उनके जाल में न फंसें। उदाहरण के लिए, मानसिक लेखांकन के कारण आप जोखिम भरे निवेश से बच सकते हैं। या फिर झुंड के पीछे न चलकर, खुद रिसर्च करके निवेश के फैसले ले सकते हैं।
व्यवहार वित्त के फायदे:
- बेहतर निवेश: आप कम जोखिम वाले और ज्यादा फायदे वाले निवेश चुन सकते हैं।
- कम गलतियाँ: आप भावनाओं में बहकर गलत फैसले लेने से बच सकते हैं।
- दीर्घकालिक लक्ष्य: आप जल्दी पैसा कमाने के लालच में आने से बच सकते हैं, और अपने दीर्घकालिक वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करने पर ध्यान लगा सकते हैं।
व्यवहार वित्त आपको अमीर बनाने का वादा नहीं करता, लेकिन यह आपको स्मार्ट निवेशक बनने में ज़रूर मदद करता है. जितना जल्दी आप इसे समझेंगे, उतना ही जल्दी आप अपने वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करने की राह पर चल पड़ेंगे।
Conclusion:
व्यवहार वित्त हमें यह सिखाता है कि निवेश के फैसले लेते समय सिर्फ आंकड़ों और तर्क को ही महत्व नहीं देना चाहिए, बल्कि यह भी समझना चाहिए कि हमारी मनोवृत्ति और सोचने का तरीका उन फैसलों को कैसे प्रभावित करता है।
यह क्षेत्र हमें अपने आप में मौजूद पूर्वाग्रहों को पहचानने में मदद करता है, ताकि हम उनके जाल में न फंसे और भावनाओं में बहकर गलतियां न करें।
संक्षेप में, व्यवहार वित्त हमें यह समझने में मदद करता है कि “क्यों” हम वित्तीय फैसले लेते हैं, न सिर्फ “क्या” फैसले लेते हैं. इस ज्ञान से लैस होकर, हम अपने वित्तीय लक्ष्यों को पाने की राह पर ज़्यादा सफल हो सकते हैं।
हमें उम्मीद है की आपको ये ब्लॉग में “What is Behavioral finance” के बारे में जान्ने को बहुत कुछ नया मिला होगा।
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